बीती रात गर्म हवा के निर्देशक एमएस सथ्यू कोई एक सौ प्रशंसकों से घिरे रहे. कल ही था उद्घाटन सत्र. फेस्टिवल की ओपनिंग फिल्म गर्म हवा के साथ 23-24-25 और 26 फ़रवरी तक चलने वाला यह तीसरा फिल्म उत्सव गोरखपुर और आसपास से आए फिल्म प्रेमियों का अड्डा बना रहेग. कन्वीनर संजय जोशी इसे पिछले दो उत्सवों से भी ज़्यादा उत्साहजनक कहते हैं.
इस बार थी थीम है- विस्थापन और विभाजन के साठ साल. यहाँ दिखाई जाने वाली सभी फिल्में कमोबेश इसी थीम के इर्द-गिर्द होंगी जोकि प्रतिरोध का सिनेमा की ब्रॉडर थीम का ही हिस्सा हैं. हम पहले ही बता चुके हैं कि यह आयोजन जन-भागीदारी अर्थात किसी सरकारी-ग़ैर सरकारी ग्रांट या मदद के बिना ही किया जाता है. भागीदारों की आवभगत के अलावा आयोजक, अन्य किसी प्रकार का लोभ आदि प्रस्तावित नहीं करते. इसमें पहुँचने का सबसे बडा लोभ यही है कि आप युवाओं और जिज्ञासुओं के टटके सवाल और माहौल की वर्जिन सरगर्मी से रूबरू होते हैं.
यूनिवर्सिटी कैंपस में होने के नाते इसमें ऊर्जा का अहसास हमेशा बना रहता है. नाटकों, विचार गोष्ठियों और जन गीतों के अलावा किताबों के स्टाल, पोस्टर प्रदर्शनियाँ और कवि-गोष्ठी इस आयोजन को अनूठा बनाती हैं. इस बार की कवि गोष्ठी में हिस्सा लेने दिल्ली से भी कई प्रख्यात कवि गोरखपुर पहुँच चुके हैं- देवीप्रसाद मिश्र, मंग़लेश डबराल और दिनेश कुमार शुक्ल की ख़बर तो ये पंक्तियाँ लिखी जाने तक पुष्ट हो चुकी है कि वे गोरखपुर में हैं. वीरेन डँगवाल आज बरेली से पहुँचेंगे. फेस्टिवल की स्मारिका का कल विमोचन भी हुआ. इसका संपादन मंगलेश डबराल ने किया है. अन्य लेखों के अलावा इसमें विष्णु खरे और अजय कुमार के लेख इस स्मारिका को संग्रहणीय बनाते हैं. विष्णु खरे से कथाकार योगेंद्र आहूजा ने बातचीत करके जो लेख बनाया है उसमें विष्णु खरे विस्थापन पर बनी फिल्मों का जायज़ा तो ले ही रहे हैं, वे फिल्मों मे इस थीम की थोडे बडे फलक पर पडताल भी कर रहे हैं. अजय कुमार ने बच्चों की फिल्मों पर लिखा है. गोरखपुर में सिनेमा संस्कृति और एक पिक्चर हॉल के बहाने एक रोचक लेख भी इसमें पढा जा सकता है.प्रदीप प्रियो ने ऋत्विक घटक के साथ यात्रा के दौरान हुई एक आकस्मिक मुलाक़ात का बडा ही पैशनेट वर्णन लिखा है....
फिल्मोत्सव जारी है पहुँचिये.
गोरखपुर में संजय जोशी , मनोज सिंह और अशोक चौधरी के फ़ोन खुले हैं...नंबर क्रमशः इस प्रकार हैं- 09811577426, 09415282206 और 09415356434 . कोई भी गपास्टिक इन नंबरों पर की जा सकती है...सहयोग भी आमंत्रित है.
2 comments:
पहुंच सकना तो संभव नहीं हो सकेगा लेिकन आपसे अनुरोध हैं िक वहां िदखाई जाने ावली िफल्मों का नाम और ब्यौरा भी यहां दें।
अरे वाह गोरखपुर मे फ़िल्म फेस्टिवल ।ये तो अच्छी ख़बर है। क्यूंकि जहाँ तक हमे याद है गोरखपुर मे फ़िल्म फेस्टिवल हमने नही सुना ।
क्या पहले भी होता था ?
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