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Thursday, September 20, 2007

अर्जुन तीर चलाओ न!


अर्जुन को बस डेट बता दीजिये, वो बनारस का रस छोड़कर गोरखपुर पहुंच जायेंगे। दिन रात एक करके आयोजन स्थल को सजाना और अपनी मंद मुस्कुराहट से काम का आनंद बढ़ाना कोई उनसे सीखे.