अरुंधति राय
यह तस्वीर उद्घाटन समारोह की है.
अरुंधति राय के वक्तव्य के समय पाँच सौ की संख्या का हॉल खचाखच भरा था और लोग खड़े होकर अरुंधति का विचारोत्तेजक वक्तव्य सुन रहे थे. अरुंधति ने जल्द ही बातचीत को जनता के लिए खोल दिया था और गोरखपुर की जनता ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया। तस्वीर में आप एक नौजवान को अरुंधति से अपना सवाल पूछते देख सकते हैं.
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ब्रिटिश फिल्मकार
गिब्बी जोबेल ब्राजील के कृषि-सुधार आंदोलन पर
बनी अपनी फ़िल्म
'एम.एस.टी' के साथ चौथे फ़िल्म उत्सव में मौजूद थे। यहाँ आप
'कहानी के रंगमंच' को नया आयाम देने वाले मशहूर नाटककार
देवेन्द्र राज अंकुर द्वारा
गिब्बी जोबेल को समारोह का स्मृति चिह्न भेंट करते देख सकते हैं.
अपनी फ़िल्म
'एम.एस.टी.' के प्रदर्शन के बाद सवाल-जवाब सत्र में दर्शकों से बात-चीत करते निर्देशक
गिब्बी जोबेल.
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समारोह में
'विकास बन्दूक की नाल से बहता है' जैसी चर्चित फ़िल्म के निर्देशक मेघनाथ और बीजू टोप्पो दोनों मौजूद थे. यहाँ दर्शकों के सवालों का जवाब देते
'लोहा गरम है' फ़िल्म के प्रदर्शन के बाद फिल्म के निर्देशक
मेघनाथ.
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